Use Of Electricity
आइये आज हम अध्ययन करेंगे विद्युत का दैनिक जीवन में उपयोग के बारें में
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घरों में विद्युत संयोजन व्यवस्था
घरों में प्रदान की जाने वाली विद्युत धारा प्रत्यावर्ती धारा (A.C.) के रूप में होती है। प्रत्यावर्ती धारा की वोल्टता व आवृत्ति क्रमश: 220 वोल्ट एवं 50 चक्र प्रति सेकण्ड ( हर्टज) होती है।
घरों में लगे विद्युत उपकरण या साधन जैसे फ्रिज, टी.वी., पंखा हीटर, बल्ब, विद्युत इस्तरी आदि को समान्तर संयोजन में लगाया जाता है ।
विद्युत शक्ति
विभिन्न विद्युत उपकरणों में जिस दर से विद्युत ऊर्जा का उपयोग किया जाता है, उसे विद्युत शक्ति कहते हैं ।
विद्युत शक्ति (P)= विद्युत ऊर्जा (E)/समय (t)
विद्युत शक्ति का मात्रक जूल / सेकण्ड या वाट होता है। जिसे W से प्रदर्शित करते हैं। शक्ति का इससे बड़ा मात्रक किलोवाट है जो 1000 वाट के बराबर होता है
अर्थात 1 किलोवाट = 1000 वाट
यदि किसी वल्ब पर (100 W – 220V) अंकित है तो इसका तात्पर्य है कि यह वल्ब 220 वोल्ट विभवान्तर प्रयुक्त करने पर एक घण्टे में 100 वाट विद्युत शक्ति का उपयोग करेगा। 220 वोल्ट से अधिक विभवान्तर पर वल्ब फ्यूज हो जायेगा तथा 220 वोल्ट से कम विभवान्तर पर हल्का प्रकाश देगा।
परिपथ में व्यय होने वाली विद्युत ऊर्जा
जब किसी परिपथ में कार्य होता है तो ऊर्जा व्यय होती है। व्यय हुई ऊर्जा किये गये कार्य के बराबर होती है। ऊर्जा = शक्ति X समय। अतः यदि विद्युत शक्ति (P) को वाट में तथा समय (t) सेकण्ड में मापा जाये तो विद्युत ऊर्जा का मान जूल में होगा
जूल = वाट x सेकण्ड
परिपथ में व्यय होने वाली विद्युत ऊर्जा को वाट घण्टा और किलोवाट घण्टा में व्यक्त करते हैं।
1 किलोवाट घण्टा = 1000 वाट घण्टा 36 x 105 जूल। विद्युत ऊर्जा के मात्रक 1 किलोवाट घण्टा को 1 यूनिट कहते हैं।
व्यय विद्युत ऊर्जा की गणना निम्न सूत्र से की जा सकती है।
विद्युत ऊर्जा (किलोवाट घण्टा या यूनिट में) =
शक्ति (वाट में) x समय (घण्टों में)/1000
Use Of Electricity In Daily Life
फ्यूज तार
फ्यूज कम गलनांक वाले पदार्थ का वह सुरक्षात्मक साधन है जिसे विद्युत परिपथ के विद्युतीय या फेज तार से लगाते हैं। परिपथ में उच्च धारा प्रवाह होने पर ऊष्मीय प्रभाव के कारण इसका ताप् बढ़ जाता है फलस्वरूप फ्यूज पिघल कर परिपथ को विच्छेद कर देता है तथा परिपथ से जुड़े अन्य उपकरण सुरक्षित रहते है। फ्यूज तार का गलनांक कम, चालकता उच्च तथा प्रतिरोधकता कम होनी चाहिये। उपरोक्त गुणों के आधार पर टिन, जस्ता, तांबा, एल्यूमीनियम आदि पदार्थ फ्यूज
तार बनाने के लिये प्रयुक्त किये जाते हैं। साधारणतया फ्यूज तार सीसा और टिन की मिश्र धातु (सीसा 37%, टिन 63% ) का बना होता है ।
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विद्युत हीटर
यह विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव के आधार पर कार्य करता है। हीटर प्लेट पोर्सलीन या चीनी मिट्टी एवं प्लास्टर ऑफ पेरिस के मिश्रण से बनाई जाती है । तापन तंतु ऐसे मिश्र धातु का लेते हैं जिसका गलनांक उच्च तथा विशिष्ट प्रतिरोध तांबे से अधिक हो जैसे नाइक्रोम, केलोराइट, क्रोमेल आदि । विद्युत प्रेस, टोस्टर, केतली एवं ओवन आदि में तापन तंतु नाइक्रोम का बना होता है।
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